लायंस क्लब प्रयास के प्रयास से समर्पण अस्पताल को मिली होमो डायलिसिस मशीन

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लायंस क्लब प्रयास के प्रयास से समर्पण अस्पताल को मिली होमो डायलिसिस मशीन

किडनी रोगियों को मिलेगी राहत, लागत मूल्य पर हो सकेगी डायलिसिस

लायंस क्लब आगरा प्रयास और माया मित्तल चैरिटेबल ट्रस्ट ने सेवा को बढाए हाथ

महापौर हेमलता दिवाकर कुशवाहा, एलआइइपीसी चेयरमैन जितेंद्र चौहान, पूरन डाबर और डॉ रंजना बंसल बने ऐतिहासिक पल के साक्षी

आगरा। लायंस क्लब आगरा प्रयास और माया मित्तल चैरिटेबल ट्रस्ट के सहयोग से व्रहद सेवा कार्य के अंतर्गत दिल्ली गेट स्थित समर्पण चैरिटेबल ट्रॉमा हॉस्पिटल को होमो डायलिसिस मशीन भेंट की गई ।

मुख्य अतिथि महापौर हेमलता दिवाकर कुशवाहा, एलआइइपीसी के चेयरमैन जितेंद्र चौहान, फुटवेयर एवं चमड़ा उद्योग परिषद के अध्यक्ष पूरन डावर, लायंस क्लब की डिस्ट्रिक्ट गवर्नर डॉ स्वाति माथुर, डॉ रंजना बंसल, सुनील विकल का लायंस क्लब प्रयास के पदाधिकारीयों द्वारा पौधा भेंट कर स्वागत करते हुए मानसून में पौधा रोपण का संकल्प लिया गया।

लॉयंस क्लब आगरा प्रयास की अध्यक्ष अशु मित्तल ने क्लब मेंबर्स के साथ समर्पण चैरिटेबल ट्रॉमा हॉस्पिटल को 8 लाख रुपए की धनराशि का चेक भेंट किया। कार्यक्रम के दौरान महापौर हेमलता दिवाकर कुशवाहा ने कहा लॉयंस क्लब प्रयास का यह प्रयास उन हजारों मरीजों को राहत प्रदान करेगा जो गंभीर किडनी रोग की वजह से निजी अस्पतालों में डायलिसिस कराने में असमर्थ हैं।

एलआइइपीसी चेयरमैन जितेंद्र चौहान ने कहा लॉयंस क्लब प्रयास की सेवा भावना निश्चित ही सराहनीय है। क्लब के सभी पदाधिकारी और सदस्य जरूरतमंदों की मदद के साथ सेवा के प्रति समर्पण की भावना से कार्य करते हैं। बदलती दिनचर्या की वजह से डायलिसिस मरीजों की संख्या शहर में दिन व दिन बढ़ती जा रही है आज के समय में भी हर मरीज निजी और महंगी डायलिसिस करने में असमर्थ है। इस मशीन के लगने से जरूरतमंद मरीजों को राहत मिलेगी।

लायंस क्लब आगरा प्रयास की अध्यक्ष अशु मित्तल ने बताया कि क्लब हमेशा जरूरतमंदों की मदद के लिए प्रयास करता है। इस मशीन के लगने से उन हजारों मरीजों को लाभ मिलेगा जो निजी अस्पतालों में महंगी डायलिसिस कराने में असमर्थ हैं।

 

*इस तरह कार्य करती है हीमोडायलिसिस मशीन*

हीमोडायलिसिस मशीन एक अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरण है जो गुर्दे की विफलता (किडनी फेलियर) वाले रोगियों में रक्त से अपशिष्ट उत्पादों, विषाक्त पदार्थों और अतिरिक्त तरल पदार्थ को हटाने के लिए कृत्रिम किडनी (डायलाइज़र) के रूप में कार्य करता है। यह प्रक्रिया रक्त को मशीन के माध्यम से पंप करती है, जहाँ इसे फ़िल्टर किया जाता है और फिर वापस शरीर में भेज दिया जाता है।

 

*इनकी रही मौजूदगी*

इस मौके पर सचिव मनीष बंसल, कोषाध्यक्ष शिप्रा बंसल, डॉ परिणीता बंसल, मयूरी मित्तल, आशु जैन, रचना अग्रवाल, सुरभि पाटनी, शालिनी, रेखा बत्रा, रीना गर्ग पंकज गर्ग, सीनू कोहली, आभा, अनिल सरीन, संजीव मित्तल, राकेश क्षेत्रपाल, राजेश हेमदेव, कपिल मगन, योगेश मित्तल, मयूरी मित्तल, विनय मित्तल, निधि लाल आदि उपस्थित रहे।