फीलिंग माइंड्स द्वारा “फील सील” ओरिएंटेशन एवं हेमा फाउंडेशन सम्मान समारोह का भव्य आयोजन

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देश में पहली बार भावनात्मक शिक्षा पर राष्ट्रीय स्तर की कार्यशाला, फीलिंग माइंड्स द्वारा “फील सील” ओरिएंटेशन एवं हेमा फाउंडेशन सम्मान समारोह का भव्य आयोजन

 

शिक्षा में भावनात्मक बुद्धिमत्ता, जीवन मूल्य और मानसिक स्वास्थ्य को जोड़ने की दिशा में ऐतिहासिक पहल

आगरा। विमल विहार, सिकंदरा बोदला रोड स्थित फीलिंग माइंड्स संस्था के कार्यालय पर देश की पहली राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसका उद्देश्य शिक्षा प्रणाली में भावनात्मक शिक्षा को स्थायी रूप से स्थापित करना है। दो दिवसीय “फील सील ओरिएंटेशन कार्यक्रम” और हेमा फाउंडेशन सम्मान समारोह ने न केवल अभिभावकों, शिक्षकों और छात्रों को जोड़ा, बल्कि एक नई शिक्षण क्रांति की नींव रखी।

कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि डॉ. कुलभूषण शर्मा, अध्यक्ष – नेशनल इंडिपेंडेंट स्कूल्स एलायंस द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया। साथ ही डॉ. सुशील गुप्ता, अध्यक्ष, एसोसिएशन ऑफ प्रोग्रेसिव स्कूल्स ऑफ आगरा, बिन्नी शर्मा एवं रूबी शर्मा ने भी सहभागिता कर आयोजन को गरिमा प्रदान की।

डॉ. चीनू अग्रवाल, संस्थापक फीलिंग माइंड्स, ट्रस्टी एवं शोध प्रमुख, हेमा फाउंडेशन, ने बताया कि फील सील कार्यक्रम की शुरुआत वर्ष 2016 में भावनात्मक शिक्षा के रूप में हुई थी। कोविड-19 के दौरान यह अल्पविराम में चला गया था, लेकिन अब इसे सशक्त रूप में पुनः आरंभ किया गया है।

यह कार्यक्रम भारत का पहला ऐसा प्रयास है जिसमें शिक्षा के साथ-साथ मानसिक बीमारियों की रोकथाम और उपचार, दोनों ही लक्ष्यों को साथ लेकर कार्य किया जा रहा है। यह कार्यक्रम कुवैत हेल्थ डेवलपमेंट अथॉरिटी, दुबई से मान्यता प्राप्त है और देशभर के विद्यालयों में इमोशनल एजुकेशन लैब की स्थापना का लक्ष्य रखता है।

डॉ. चीनू ने बताया कि यह कार्यशाला देश की पहली भावनात्मक शिक्षा पर केंद्रित राष्ट्रीय कार्यशाला है, जिसमें महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, हरियाणा, एनसीआर, दिल्ली एवं उत्तर प्रदेश से प्रशिक्षक भाग ले रहे हैं। आगामी छह माह तक यह प्रशिक्षण ऑनलाइन मोड में भी चलेगा, जिसमें शिक्षक, अभिभावक और विद्यार्थी सभी को प्रशिक्षित किया जाएगा।

डॉ. कुलभूषण शर्मा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आज का यह मंच हमें भावनात्मक शिक्षा के माध्यम से बच्चों के सम्पूर्ण व्यक्तित्व विकास की दिशा में अग्रसर होने का अवसर देता है।

डॉ. सुशील गुप्ता ने कहा कि भावनात्मक शिक्षा बच्चों के मनोबल और आत्मविश्वास को नए आयाम देती है, यह पहल उनके समग्र विकास की दिशा में एक निर्णायक कदम है।

कार्यक्रम के दूसरे सत्र में हेमा फाउंडेशन द्वारा हेम सीड्स सोशल, इमोशनल एंड एथिकल डेवलपमेंट प्रोग्राम के अंतर्गत योगदान देने वाले स्कूलों और विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया, जिसमें हेम श्री सम्मान से जे. सिलास, प्राचार्या क्वीन विक्टोरिया गर्ल्स इंटर कॉलेज और गंधार लाल जैन, प्राचार्य एमडी जैन इंटर कॉलेज को सम्मानित किया गया। हेम स्टार सम्मान एमडी जैन इंटर कॉलेज के छात्र देव कुशवाहा और प्रीलूड पब्लिक स्कूल की छात्रा विहानी धानिक को प्रदान किया गया।

कार्यक्रम का संचालन शैलेश अग्रवाल ने किया और समस्त व्यवस्थाएं डॉ. रविंद्र अग्रवाल द्वारा संभाली गईं।