कैस्पर्स होम के बैनर तले आयोजित की गई पशु क्रुरता निवारण कमेटी की बैठक, अपराधियों को सजा और सदस्यों को सुरक्षा की मांग उठाई

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अपराधियों पर कार्यवाही और सदस्यों को मिले सुरक्षा, तभी बनेंगे फीडिंग प्वाइंट

कैस्पर्स होम के बैनर तले आयोजित की गई पशु क्रुरता निवारण कमेटी की बैठक, अपराधियों को सजा और सदस्यों को सुरक्षा की मांग उठाई

 

आगरा। पहले श्वानों पर अत्याचार करने वाली सोसायटी व लोगों पर कार्यवाही हो और नगर निगम द्वारा गठित की गई पशु प्रूरता निवारण कमेटी को सुरक्षा प्रदान की जाए। तभी पशु प्रेमी व पशुओं के लिए कार्य कर रही सोसायटी नगर निगम द्वारा दिए गए टॉस्क (शहर में सड़क के श्वानों के लिए 300 फीडिगं प्वाइंट बनाना) पर काम करेंगे। पशु प्रेमी और पशुओं के लिए कार्य कर रही सोसायटी के सदस्य लोगों का विरोध झेलने व मार खाने के लिए नहीं है।

यह बात खंदारी हनुमान चौराहा स्थित कैस्पर्स होम कार्यालय में आयोजित बैठक व प्रेस वार्ता में पशु प्रेमियों ने उठाई। कैस्पर्स होम की चेयरपर्सन विनीता अरोड़ा व नगर निगम द्वारा गठित की गई फीडिंग प्वाइंट कोर कमेटी के सदस्यों ने उठाई कहा कि 10 दिन पहले नगर निगम के पशु कल्याण अधिकारी डॉ. अजय सिंह ने शहर में 300 पीडिंग प्वाइंट बनाने के लिए गठित की गई थी। जिसकी अध्यक्ष विनीता अरोड़ा सहित सात लोग (अपूर्व शर्मा, त्रिमोहन मिश्रा, शांतनु बंसल, शुचि माहेश्वरी, सनी रवाज) थे। अभी तक 6 फीडिंग प्वाइंट तैयार किए गए थे, लेकिन संजय प्लेस में एलआईसी बिल्डिंग व बाम्बे डाइंट के पास के पीडिंग प्वाइंट रातों रात हटा दिए गए। परन्तु नगर निगम द्वारा इस पर कोई कार्यवाही नहीं की गई।

वहीं शास्त्रीपुरम स्थित द्वारिका कृष्णा रॉयल सोसायटी से 8 श्वानों को नसबंदी के लिए शैल्टर होम में रखा गया था। तीन दिन पहले जब उन्हें पुनः सोसायटी में छोड़ने नगर निगम की गाड़ी पहुंची तो सोसायटी के लोगों ने ड्राइवरों के साथ मारमीट कर भगा दिया। उनका पीछा किया। भगवान टाकीज चौराहे पर गाड़ी रोककर ड्रिवरों के साथ फिर मारपीट की और गाड़ी का दरवाजा खोलकर श्वानों को सड़क पर छोड़ दिया। जैसे तैसे श्वानों को दोबारा पकड़ा और शैल्टर होम पहुंचाया गया। नगर निगम अब तक अपराधियों के खिलाफ एफआईआर तक नहीं करा पाया। सिर्फ तहरीर लेकर खाना पूरी कर दी गई। अब जब तक क्रूरता करने वाले लोगों के खिलाफ कार्यवाही और पसु प्रेमियों को सुरक्षा नहीं मिलती तब तक कोई काम नहीं किया जाएगा। मांग नहीं मानी गई तो जिलाधिकारी को ज्ञापन और धरना प्रदर्शन किया जाएगा। इस अवसर पर मुख्य रूप से डॉ. संजीव नेहरू, सुनीत चौहान, त्रिमोहन मिश्रा, शुचि माहेश्वरी, शांतनु बंसल, आशीष कपूर, प्रीची जैन, डिम्पी महेन्द्रू, अंकित शर्मा, राधाकृष्ण चौहान, बग्गा जी, रिपुल, विकास अग्रवाल आदि उपस्थित थे।

 

नगर निगम के ड्राइवरों को पीटने पर भी नहीं की कोई कार्यवाही

आगरा। विनीता अरोड़ा ने बताया कि फीडिंग पॉइंट हटाए जा रहे हैं। गेट बंद कॉलोनियां हर कानून और सुप्रीम कोर्ट के आदेश की खुलेआम अवहेलना कर रही हैं। नगर निगम के ड्राइवरों को पीटा जा रहा है। पुलिस कार्रवाई नहीं हो रही। हम अपनी टीम की जान कैसे जोखिम में डालें। जब तक गुंडाराज पर काबू नहीं पा लिया जाता, हम कुछ नहीं करेंगे। जब नगर निगम अपनी टीम की सुरक्षा नहीं कर पा रही तो भला पशु प्रेमियों की सुरक्षा का जिम्मा कौन उठाएगा।

 

पेट डॉग्स के लगाई जाए माइक्रोचिप

आगरा। नगर निगम को सड़क के श्वानों के बजाय पेट डॉग्स के माइक्रोचिप लगाई जानी चाहिए। सड़क के श्वान तो अपने ही क्षेत्र में रहते हैं। जबकि पेट डॉग्स को लोग बूढ़ा या बीमार होने पर सड़कों पर मरने के लिए छोड़ देते हैं।