डॉ एम पी एस वर्ल्ड स्कूल का ‘अनुभूति’ महोत्सव— सांस्कृतिक समृद्धि और जीवन आदर्शों का दिव्य संगम

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*डॉ एम पी एस वर्ल्ड स्कूल का ‘अनुभूति’ महोत्सव— सांस्कृतिक समृद्धि और जीवन आदर्शों का दिव्य संगम*

आगरा।डॉ. एम पी एस वर्ल्ड स्कूल में विगत रात्रि को विद्यालय के ‘अनुभूति’ थीम पर आधारित वार्षिकोत्सव को बड़े ही उमंग और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। यह उत्सव भारतीय संस्कृति, सभ्यता और नैतिक जीवन मूल्यों के अद्भुत समन्वय को जीवंत करता एक यादगार आयोजन रहा।

 

इस गरिमामयी अवसर पर एयर ऑफिसर कमांडिंग, एयर फोर्स स्टेशन आगरा के एयर कमांडर सतीश गुप्ता मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उनके साथ ए.एफ.एफ.डब्ल्यू.ए. की प्रेसिडेंट श्वेता गुप्ता और डॉ. एमपीएस ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस की को-चेयरपर्सन नीलम सिंह भी विशिष्ट अतिथि के रूप में विद्यालय परिसर में मौजूद थीं।

 

सर्वप्रथम विद्यालय के अध्यक्ष स्क्वाड्रन लीडर ए.के. सिंह ने उपस्थित मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि, निदेशकगण और अन्य विद्यालय से आए हुए प्रधानाचार्य को पुष्पगुच्छ व अंगवस्त्र देकर उनका गर्मजोशी से स्वागत एवं अभिनंदन किया। मुख्य अतिथि महोदय और विशिष्ट अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित किए जाने के साथ ही कार्यक्रम का विधिवत एवं मंगलमय शुभारंभ किया गया।

 

वार्षिकोत्सव के दौरान विद्यार्थियों ने अतिथियों, अभिभावकों और गणमान्य व्यक्तियों के सम्मान में स्वागत गीत व ऑर्केस्ट्रा की ज़ोरदार प्रस्तुति दी, जिसने उपस्थित जन समूह को मंत्रमुग्ध कर दिया। छात्रों की प्रतिभा के सम्मान में सभी ने अपने स्थान से खड़े होकर उनका उत्साहवर्धन किया।

 

कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण भारतीय संस्कृति, संस्कारों, आदर्शों व भारतीय सभ्यता पर आधारित नाटक ‘अनुभूति’ का मोहक मंचन रहा। इस भव्य प्रस्तुति में विद्यार्थियों ने मां पार्वती, महाकवि कालिदास, मारुति नंदन, रानी पद्मावती, राजा हरिश्चंद्र, दक्ष प्रजापति, चामुंडा देवी और सम्राट अशोक जैसे महान चरित्रों के जीवन दर्शन को दर्शाया। यह नाटक भारतीय संस्कृति, सभ्यता, नैतिक संस्कारों और जीवन मूल्यों का एक अत्यंत सुंदर और प्रेरणादायक समन्वय था। इस प्रस्तुतिकरण से भाव-विभोर हुए समस्त अतिथियों, अभिभावकों व गणमान्य व्यक्तियों ने खड़े होकर मंचन कर रहे छात्रों की अद्भुत प्रतिभा के सम्मान में करतल ध्वनि की।

 

एयर कमांडर सतीश गुप्ता ने उपस्थित सभी लोगों को संबोधित करते हुए विद्यालय परिवार की कार्यकुशलता की भूरि-भूरि प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि विद्यालय एक ओर शिक्षा के क्षेत्र में दिनोंदिन उन्नति कर रहा है, वहीं दूसरी ओर बच्चों के भीतर अपनी भारतीय परंपरा, ऋषियों-मुनियों के प्रति आदर भाव और प्राचीन संस्कृति व संस्कारों को जीवंत प्रदान कर रहा है, जो कि अत्यंत गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि मैंने अनुभव किया है कि डॉ. एम पी एस वर्ल्ड स्कूल में शिक्षा पद्धति के साथ-साथ कला, संस्कृति, गायन-वादन और 21वीं सदी के सभी कार्यकलापों पर विशेष ध्यान दे रहा है, जो एक सराहनीय कार्य है। उन्होंने छात्रों को मन लगाकर पढ़ाई करने, अपने संस्कारों व संस्कृति का सदैव ध्यान रखने और अनुशासन का पालन करने का आह्वान किया।

 

डॉ. एम पी एस ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस की को-चेयरपर्सन नीलम सिंह ने अपने संबोधन में ‘अनुभूति’ थीम की गहराई को स्पर्श किया। उन्होंने कहा कि यह वार्षिकोत्सव भारतीय संस्कृति और सभ्यता के गौरवशाली मूल्यों की अनुभूति कराने वाला एक महत्वपूर्ण मंच है। उन्होंने इस बात पर विशेष बल दिया कि शिक्षा का अर्थ केवल किताबी ज्ञान देना नहीं है बल्कि बच्चों को राष्ट्र के आदर्श नागरिक के रूप में तैयार करना है जो अपनी जड़ों से जुड़े हों। उन्होंने कहा, स्कूल प्रशासन जिस गंभीरता और समर्पण के साथ बच्चों में नैतिक मूल्यों, सेवा भाव और अनुशासन को सींच रहा है, वह सराहनीय है। उन्होंने कहा कि आज के कार्यक्रम को देखकर कहा जा सकता है कि डॉ. एम.पी.एस. वर्ल्ड स्कूल एक ऐसा तीर्थ है, जहाँ चरित्र निर्माण की बुनियाद रखी जा रही है।

 

डॉ. एम.पी.एस. वर्ल्ड स्कूल के अध्यक्ष स्क्वाड्रन लीडर ए के सिंह ने अपने वक्तव्य में सर्वप्रथम सभी उपस्थित मुख्य अतिथियों, विशिष्ट अतिथियों, अभिभावकों और गणमान्य व्यक्तियों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया।उन्होंने कहा कि मैं उन सभी अभिभावकों को हृदय से धन्यवाद देता हूँ जिन्होंने डॉ. एम.पी.एस. वर्ल्ड स्कूल में अपना अटूट विश्वास दिखाया है। आपका यह विश्वास ही हमारी सबसे बड़ी शक्ति है और हमें शिक्षा के क्षेत्र में नए मानक स्थापित करने के लिए प्रेरित करता है। अपने उद्बोधन में उन्होंने विद्यालय की शैक्षिक और सांस्कृतिक दृष्टि पर ज़ोर देते हुए कहा कि आज के तीव्र गति से बदलते और भौतिकवादी दौर में, यह अत्यंत आवश्यक है कि हम शिक्षा की नींव केवल अकादमिक उत्कृष्टता पर ही नहीं बल्कि सुदृढ़ नैतिक संस्कारों और जीवन मूल्यों पर भी रखें।

 

विद्यालय की प्रधानाचार्या राखी जैन ने कहा कि बच्चों के अंतर्मन में संस्कारों का होना अति आवश्यक है। उन्होंने स्पष्ट किया कि माता-पिता के साथ-साथ विद्यालय का भी दायित्व है कि वह शिक्षा के साथ-साथ बच्चों में नैतिक संस्कारों को उत्पन्न करे। उन्होंने कहा जिसके हृदय में ईश्वर का वास है, वही वास्तव में देश का एक आदर्श नागरिक बन सकता है। उन्होंने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए बाहर से आए हुए अतिथियों व अभिभावकों का हृदय से आभार व्यक्त किया।

 

 

इस अवसर पर अभिभावको ने विद्यालय प्रशासन की प्रशंसा करते हुए एकमत से कहा कि डॉ. एम पी एस वर्ल्ड स्कूल न केवल उत्कृष्ट और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर रहा है बल्कि यह अपनी सांस्कृतिक विरासत और नैतिक मूल्यों का सच्चा संवाहक बनकर राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।

 

इस भव्य समारोह में डॉ एम पी एस ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस के महानिदेशक अक्षय सिंह, निदेशक प्रशासनिक डॉ अनूप गोयल, निदेशक एकेडमिक विक्रांत शास्त्री, डॉ. एमपीएस वर्ल्ड स्कूल के डीन एडमिनिस्ट्रेशन चंद्रशेखर डैंग, डीन एकेडमिक्स योगी चाहर सहित समस्त डॉ एम पी एस ग्रुप का इंस्टीट्यूशंस और डॉ एम पी एस वर्ल्ड स्कूल का समस्त स्टाफ मौजूद रहा। मंच का संचालन अर्पित शर्मा और तनीषा इसरानी ने किया।