चैंबर आफ फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री एसोसिएशन ने आयोजित की वित्तीय वर्ष 2024− 25 की अंतिम कार्यकारिणी बैठक

Spread the love

 

 

− खाद्य सुरक्षा के मानकों संग जीएसटी की चुनौतियों और सावधानियों पर हुई चर्चा

 

– आगामी कार्य योजना के साथ नये सदस्य हुए सम्मानित

 

– फ़ूड इंडस्ट्री उद्योगपति संगठित होकर करेंगे खाद्य प्रसंस्करण उद्योग का विस्तार

 

− चैंबर आफ फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री एसोसिएशन ने आयोजित की वित्तीय वर्ष 2024− 25 की अंतिम कार्यकारिणी बैठक

 

− अध्यक्ष राजकुमार भगत बोले, आगरा में फूड पार्क स्थापना की कार्य योजना में लाएंगे और तेजी, जल्द लगेगा आगरा का सबसे बड़ा फूड फेयर

 

आगरा। आने वाले त्योहार के सीजन में खाद्य सुरक्षा के महत्व को समझते हुए खाद्य प्रसंस्करण से जुड़े व्यापारियों और उद्यमियों ने सभी मानकों पर खरा उतरने की संकल्पबद्धता ली और जीएसटी के विभिन्न मापदंडों की गंभीरता को समझा।

बुधवार को होटल होलीडे इन में चैंबर आफ फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री एसोसिएशन ने वित्तीय वर्ष 2024− 25 की 12 वीं कार्यकारिणी बैठक आयोजित की। बैठक का प्रारंभ खाद्य सुरक्षा विभाग के अभिहित अधिकारी शशांक त्रिपाठी, फ़ूड चीफ ऑफिसर राजेश गुप्ता, संरक्षक राजेश अग्रवाल, अध्यक्ष राजकुमार भगत, महासचिव अनुज सिंघल, सीए रिषी अग्रवाल, मुख्य सलाहाकार मनीष अग्रवाल रावी, डॉ प्रशांत शर्मा फ़ूड सेफ्टी एक्सपर्ट, उपाध्यक्ष नितिन गोयल, विकास चतुर्वेदी, राजेश गोयल माना ने भारत माता के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर किया।

 

बैठक की प्रस्तावना रखते हुए महासचिव अनुज सिंघल ने वित्तीय वर्ष 2024− 25 का लेखाजोखा कार्यकारिणी के समक्ष रखा।

 

संस्था की आगामी योजना बताते हुए अध्यक्ष राजकुमार भगत ने कहा कि संस्था लगातार आगरा में फूड पार्क की स्थापना को प्रयासरत है। खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के विकास और विस्तार पर कार्य हो सके इसके लिए लगातार कार्य योजनाएं बनायी जा रही हैं। आगामी योजना बताते हुए कहा कि चैंबर आफ फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री एसोसिएशन आगामी वित्तीय वर्ष में आगरा का सबसे बड़ा फूड फेयर लगाने की तैयारी कर रहा है। आयोजन में आगरा मंडल के आसपास के सभी खाद्य उद्योगों की प्रदर्शनी लगेगी, ताकि छोटे बड़े हर उत्पाद की ब्रांडिंग और विक्रय करने की कार्य योजना प्रस्तुत प्रदर्शनी के माध्यम से हो सके।

 

मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी राजेश गुप्ता ने आने वाले त्योहारी सीजन में खाद्य सुरक्षा के नियमों एवं मानकों के पक्ष को रखते हुए कहा कि मिष्ठान− नमकीन आदि के साथ आम जनता त्योहार की खुशियां मनाती है। इसलिए खाद्य प्रसंस्करण से जुड़े उद्यमी और व्यापारी उत्पाद के निर्माण और समाप्ति तिथियों को खाद्य उत्पादनों पर अवश्य रूप से अंकित करें। जिन उत्पादों की सेल्फ लाइफ कम है उसके प्रति ग्राहकों का जानकारी अवश्य दें और तय समय में ही उपभाेग के लिए जागरुक करें। यदि बिक्री नहीं होती है तो दुकानदार स्वयं उस उत्पाद का निस्तारण कर दें।

 

खाद्य सुरक्षा विभाग के अभिहित अधिकारी शशांक त्रिपाठी ने खाद्य सुरक्षा मानकों की गंभीरता को लेकर व्यापारियों को जागरुक किया। उन्होंने कहा कि त्योहार पर सतर्कता और सावधानी के साथ उत्पादन और बिक्री करें। अगर प्रत्येक व्यापारी अपने आप को उपभोक्ता समझ कर उत्पादन करेगा तो निश्चित ही प्रोडक्ट की गुणवत्ता और सुरक्षा मानक पूरे होंगे। उन्होंने कहा की 6 मार्च से होली तक विशेष अभियान चलाया जायेगा की जिसमे की मुख्यता खोया, दूध, मिठाइयां, नमकीन, पापड़ चिप्स आदि पर रहेगा

 

इंडस्ट्रीज एंड जीएसटी एक्सपर्ट सीए रिषी अग्रवाल ने खाद्य प्रसंस्करण उद्योग में जीएसटी की चुनौतियों और सावधानियों पर ध्यान आकर्षित करते हुए अपना संबोधन दिया। उन्होंने कहा कि अपने क्रय और विक्रय के बिलों को सावधानी पूर्वक एकत्रित करके रखें। स्टॉक की जानकारी को भी फाइलों में अवश्य दृशाएं। उन्होंने कहा कि होली− दीपावली आदि अवसरों पर गिफ्ट पैक बहुत चलन में रहते हैं। दुकानदार गिफ्ट पैक में रखे जाने वाले विभिन्न उत्पादों पर लगने वाले जीएसटी के हिसाब से श्रेणी में रखें और गिफ्ट पैक की कीमत तय करें। सभी उत्पादों की संरचना के अनुरूप बिल तय करें, ताकि परेशानी से बच सकें। क्योंकि बहुत से उत्पाद पांच से 18 प्रतिशत तक के स्लैब में आते हैं। जीएसटी के मानकों के आधार पर अकाउंट को यदि मजबूत रखेंगे तो समय से आइटीसी क्लैम किया जा सकता है। उन्होंने कहा जीएसटी को लेकर आज भी व्यापारियों में कई तरह की भ्रांतियां हैं विभाग भी इन भ्रांतियां को दूर करने के लिए प्रयासरत है लेकिन उद्यमियों के जागरूक होने की जरूरत है।

 

कार्यकारिणी बैठक समापन पर अंतिम त्रिमासिक मास में जिन्होंने सदस्यता ग्रहण की उन सदस्यों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

 

व्यापारियों की जिज्ञासाओं का हुआ समाधान

कारकर्म में उपस्तिथ फ़ूड सेफ्टी एक्सपर्ट एंड कंसलटेंट डॉक्टर प्रशांत शर्मा ने बताया की भारतीय खाद्य सुरक्षा मानक व अंतराष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मानक दोनों अलग अलग है खाद्य उत्पादनो की अंतराष्ट्रीय बाजार में काफी मांग है ऐसी स्तिथि में फ़ूड सेफ्टी मानकों के साथ अंतराष्ट्रीय बाजार में प्रवेश किया जा सकता है सरकारी व गैर सरकारी स्तर की बहुत सारी लैब है जो की फ़ूड प्रोसेसिंग उत्पादकों की स्तरीय जाँच कर रही है

 

इस अवसर पर प्रमुख रूप से सीए अनुज अशोक, विकास चतुर्वेदी, सिद्धार्थ अग्रवाल, पंकज अग्रवाल, किशोर कुमार, अनुपम गुप्ता, विवेक अग्रवाल , शैलेंद्र अग्रवाल, आकाश गुप्ता, प्रवेंद्र शर्मा, सनी शर्मा, आशीष भाटिया, भजनलाल मखीजा, राजेश कुमार अग्रवाल, तुषार गुप्ता, मनोज अग्रवाल, एसोसिएशन एडमिनिस्ट्रेटर अपरार्क शर्मा एवं दिलीप कुमार आदि उपस्थित रहे।

धन्यवाद् ज्ञापन महासचिव अनुज सिंघल ने दिया