डॉ. एम पी एस वर्ल्ड स्कूल में गुरु तेग बहादुर जी के प्रेरक संदेशों का हुआ प्रसार

आगरा।डॉ. एम पी एस वर्ल्ड स्कूल के अतुल्य भारत सांस्कृतिक सभागार में सिखों के नौवें गुरु, शहीदों के सरताज गुरु तेग बहादुर जी की जयंती अत्यंत श्रद्धा, सम्मान और राष्ट्रीय गौरव के साथ मनाई गई। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्रों के समक्ष गुरु जी के अद्वितीय जीवन दर्शन, नैतिक आदर्शों और उनके सर्वोच्च बलिदान के महत्व को प्रभावी रूप से स्थापित करना था।
कार्यक्रम के दौरान विद्यालय के विद्यार्थियों ने गुरु तेग बहादुर जी के जीवन चरित पर आधारित एक भावपूर्ण नाटिका का मंचन किया। विद्यार्थियों की उत्कृष्ट अभिनय प्रतिभा ने गुरु जी के बलिदान, करुणा, निर्भीकता और धार्मिक स्वतंत्रता की रक्षा हेतु उनके अदम्य साहस को सजीव रूप में प्रस्तुत किया। नाटिका ने उपस्थित अभिभावकों, शिक्षकों एवं अतिथियों को गहराई तक प्रभावित किया और सभागार में एक प्रेरणादायक वातावरण निर्मित किया।
विद्यालय के अध्यक्ष स्क्वाड्रन लीडर ए. के. सिंह ने अपने उद्बोधन में गुरु जी के अप्रतिम त्याग को भारतीय संस्कृति की जीवन रेखा बताते हुए कहा कि गुरु तेग बहादुर जी की जयंती हमारी सनातन संस्कृति की अमर आत्मा का स्मरण है। उन्होंने आगे कहा कि गुरु जी का साहसिक बलिदान इतिहास में दर्ज वह महत्वपूर्ण क्षण है जिसने धार्मिक सहिष्णुता, मानवीय मूल्यों और आस्था की स्वतंत्रता को सुदृढ़ नींव प्रदान की। उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि गुरु जी का जीवन हमें नैतिकता, साहस, संवेदनशीलता और दृढ़ संकल्प का अमूल्य संदेश देता है जो 21वीं सदी के हर युवा नागरिक के लिए मार्गदर्शक है। उन्होंने यह भी आश्वस्त किया कि डॉ. एम पी एस वर्ल्ड स्कूल गुरु परंपरा और भारतीय विरासत को भावी पीढ़ी तक पहुंचाने के अपने संकल्प के प्रति सदैव प्रतिबद्ध रहेगा।
विद्यालय की प्रधानाचार्या राखी जैन ने भी अपने प्रेरक संबोधन में गुरु तेग बहादुर जी की महिमा का गुणगान करते हुए विद्यार्थियों को उनके जीवन से उच्च नैतिक मूल्यों को अपनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि गुरु जी की निडरता हमें सिखाती है कि अन्याय के सामने कभी झुकना नहीं चाहिए। सत्य, साहस और मानवता हमारे जीवन के सबसे बड़े आदर्श होने चाहिए।
इस अवसर पर विद्यालय के डीन एकेडमिक्स योगी चाहर, दीपा शर्मा, यशी कौशिक, चरणजीत कौर, मीनाक्षी शर्मा, दीया जैन, रिंपी कक्कड़ सहित विद्यालय का समस्त स्टाफ मौजूद रहा।


