एमएसएमई उद्यमियों के लिए वरदान साबित हो रहा है आरएएमपी प्रोग्राम

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एमएसएमई उद्यमियों के लिए वरदान साबित हो रहा है आरएएमपी प्रोग्राम

सरकार की नीति और टेक्नोलॉजी अपग्रेडेशन से बदलेगी उद्योगों की दिशा और दशा: डीएम संजीव रंजन

डिफेंस कॉरिडोर के बाद अलीगढ़ में बन रहे उद्योग विकास के नए अवसर

– यूपीएसआईसी कार्यशाला में अधिकारियों ने दी महत्वपूर्ण जानकारी

– जीरो इफेक्ट जीरो डिफेक्ट पर रहा जोर, उद्यमियों से कहा कौशल बढ़ाएं

– रैंप के तहत नए बाजारों में प्रवेश करने, निर्यात क्षमता बढ़ाने का मिल रहा मौका

अलीगढ़। उप्र राज्य औद्योगिक निगम (यूपीएसआईसी) द्वारा सोमवार को जीटी रोड स्थित होटल रामाडा में

आयोजित कार्यशाला में एमएसएमई उद्यमियों को रैंप (एमएसएमई प्रदर्शन को बढ़ाना और तेज करना) योजना और अन्य सरकारी योजनाओं की जानकारी दी गई।

कार्यशाला का शुभारंभ प्रबंध निदेशक यूपीएसआईसी के महाप्रबंधक राज कमल यादव, संयुक्त महामंत्री गौरव मित्तल, आरके चतुर्वेदी, सुनील पाली, नीरज अग्रवाल, शलभ जिंदल, विनोद गर्ग ने दीप प्रज्वलित कर किया।

कार्यक्रम में पहुंचे जिलाधिकारी संजीव रंजन ने कहा एमएसएमई पर अन्य उद्योग भी डिपेंड है। आप उद्योगों को नई तकनीक के साथ सरकार की नीतियों से रूबरू होने की जरूरत है। उन्होंने कहा टेक्नोलॉजी अपग्रेडेशन कि उद्यमियों को जरूरत है नई मशीनों की जानकारी के साथ उद्योगों को विकसित किया जा सकता है। जिलाधिकारी ने कहा अलीगढ़ के औद्योगिक विकास के लिए जिला प्रशासन की ओर से हमेशा सहयोग के लिए हम तत्पर हैं।

यूपीएसआईसी के प्रबंध निदेशक राज कमल यादव ने कहा कि प्रदेश में अब तक कई एमएसएमई उद्यमियों को सब्सिडी का लाभ दिया जा चुका है। एमएसएमई नीति 2022 के तहत आरएएमपी प्रोग्राम, टीयूएस, ईएसजी, जेडईडी और पीएलईडीजीई जैसी योजनाओं के माध्यम से उद्यमियों को वित्तीय सहायता, तकनीकी सहयोग और बाज़ार से जुड़ने के अवसर मिल रहे हैं। उन्होंने बताया कि एमएसएमई वन कनेक्ट पोर्टल के माध्यम से भी इन योजनाओं का संचालन किया जाएगा, जिससे एमएसएमईएस को सुविधाजनक तरीके से सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सकेगा।

लघु उद्योग भारती के संयुक्त महामंत्री गौरव मित्तल ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार रैंप जैसी योजनाओं सहित विभिन्न सरकारी सुविधाओं की जानकारी सीधे जनता तक पहुंचा रही है। उन्होंने लघु एवं सूक्ष्म उद्यमियों से अपील की कि वे कौशल विकास करें और योजनाओं के प्रति जागरूक रहें ताकि योजनाओं का पूरा लाभ उठा सकें। उन्होंने विश्वास दिलाया कि रैंप और अन्य योजनाओं के माध्यम से सभी को सौ प्रतिशत लाभ मिलेगा, जिससे लघु एवं सूक्ष्म उद्योग को मजबूती मिलेगी और आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को गति मिलेगी। आयोजन में सभी अतिथियों का स्वागत सुप्रिटेंडेंट इंजीनियर प्रभात वाजपेई, यूपीएस आईसी के वाई पी सिंह ने किया। धन्यवाद ज्ञापन सुप्रिटेंडेंट इंजीनियर प्रभात वाजपेई ने दिया। कार्यक्रम का संचालन श्रुति सिन्हा ने किया।

 

 

रैंप: आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक बड़ा कदम

रैंप से शताक्षी मिश्रा ने बताया कि रैंप प्रोग्राम को आत्मनिर्भर भारत के विजन के आधार पर विकसित किया गया है। यह विशेष रूप से उन उद्यमियों की मदद के लिए बनाया गया है, जो कोरोना काल में प्रभावित हुए थे। सरकार का उद्देश्य एमएसएमईएस को आर्थिक सहयोग, नई तकनीकों की जानकारी और कौशल विकास का लाभ देना है। यह योजना भारत सरकार और विश्व बैंक के आर्थिक सहयोग से संचालित हो रही है। इसके तहत एमएसएमईएस को नए बाजारों में प्रवेश करने, निर्यात क्षमता बढ़ाने और वित्तीय संसाधनों तक पहुंचने में सहायता मिल रही है।

 

पर्यावरण अनुकूलन पर विशेष ध्यान

यूपीएसआईसी और रैंप प्रोग्राम पर्यावरणीय अनुकूलन के लिए भी विशेष प्रयास कर रहे हैं। ईएसजी प्रमाण पत्र को उद्योगों के लिए एक मानक के रूप में लागू किया जा रहा है।

कार्यशाला के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि सरकार की योजनाओं और एमएसएमई की सक्रिय भागीदारी से औद्योगिक क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव आने वाला है।

इस मौके पर बिल्डर हार्डवेयर एक्सपोर्टर संगठन के अध्यक्ष आरके चतुर्वेदी ने कहा एमएसएमई उद्योग राष्ट्र विकास में एक बड़ा योगदान देता है। आज सरकार उद्यमियों के साथ तत्परता से खड़ी हुई है। अब व्यापारियों को भी सजग होने की जरूरत है जिससे सरकार की योजनाओं और नई नीतियों का लाभ समय से उद्यमियों को मिल सके।

डा ताहा फातिमा ने ईएसजी पर अपना वक्तव्य देते हुए कहा एमएसएमई को ईएसजी को समझना होगा।

अलीगढ़ हार्डवेयर एवं लॉक्स इंडस्ट्री के अध्यक्ष सुनील पाली ने कहा हमें हर चीज के लिए सरकार की ओर नहीं देखना है सभी उद्यमियों को संयुक्त रूप से कार्य करना होगा अपने उद्योग के विस्तार के लिए विशेष कार्य योजना तैयार करने की जरूरत है।

 

 

इन संस्थाओं की रही सहभागिता

इस अवसर पर प्रमुख रूप से आर के चतुर्वेदी अध्यक्ष बिल्डर हार्डवेयर एक्सपोर्टर संगठन, शलभ जिंदल डिवीजन डिविजनल चेयरमैन आईआईए, सुनील पाली अध्यक्ष अलीगढ़ हार्डवेयर लॉक्स संगठन, विनोद गर्ग एमडी रमाडा, प्रदीप सिंघल फॉर्चून, विनोद गर्ग वरिष्ठ एक्सपोर्टर, हनुमंत राम गांधी अलीगढ़ ब्रास स्टैचू हार्डवेयर सप्लायर, दिनेश शास्त्री औद्योगिक अस्थान संघ समिति, अर्जुन कुमार गोविंल औद्योगिक स्थान उत्पादक समिति, प्रमोद भारद्वाज अलीगढ़ इलेक्ट्रिक मैन्युफैक्चरर्स एंड सप्लायर्स एसोसिएशन सहित लघु उद्योग भारती से जुड़े हुए उद्यमी और अलीगढ़ के विभिन्न संगठनों से जुड़े हुए व्यापारी मौजूद रहे।

 

इनकी रही मौजूदगी

उत्तर प्रदेश लघु उद्योग निगम कानपुर द्वारा आयोजित कार्यशाला में प्रमुख रूप से राजकमल यादव एमडी यूपीएसआइसी, उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के प्रांतीय महामंत्री सतीश महेश्वरी, सहायक आयुक्त उद्योग बृजेश यादव, योगेश गोस्वामी महामंत्री लघु उद्योग भारती, तरुण सक्सेना, सतीश गोड, प्रदीप सिंघल फॉर्चून, शलभ जिंदल डिवीजन अध्यक्ष आइआइए, गौरव मित्तल जॉइंट सेक्रेटरी लघु उद्योग भारती, मनीष अग्रवाल प्रदेश सचिव लघु उद्योग भारती, सुनील पाली, विनोद गर्ग, नीरज अग्रवाल, अंशुमान अग्रवाल सहित अलीगढ़ के प्रमुख उद्यमी मौजूद रहे।