प्राचीन मंदिर मां चामुण्डा देवी मंदिर में कलश स्थापना के साथ वार्षिक मेले का हुआ शुभारम्भ

Spread the love

मां चामुण्डा की कलश यात्रा बही भक्ति की गंगा, 3 हजार श्रद्धालुओं ने लिया भाग

प्राचीन मंदिर मां चामुण्डा देवी मंदिर में कलश स्थापना के साथ वार्षिक मेले का हुआ शुभारम्भ, 12 अप्रैल को फूल बंगला देवी जागरण और 14 अप्रैल को होगा भण्डारा

पीत वस्त्र और सिर पर मंगल कलश लिए मां चामुण्डा की झांकी संग ढोल नगाड़ों, बैंड बाजों के साथ हजारों की संख्या में शामिल हुए श्रद्धालु

 

आगरा। भक्ति की बहती गंगा के बीच मां चामुण्डा के गूंजते जयकारे। फूलों से सजी माता रानी की झांकी और सतरंगी रोशनी व पुष्पों से सजा मंदिर। भक्ति और श्रद्धा भाव में डूबे भक्तों के साथ हर तरफ उत्साह और उमंग बिखरी थी। आज मंदिर में कलश स्थापना व कलश यात्रा के साथ प्राचीन मंदिर मां चामुण्डा देवी (राजामंडी स्टेशन के निकट) वार्षिक मेला का शुभारम्भ हुआ। जिसमें लगभग 3 बजार से अधिक श्रद्धालुओं ने भाग लिया।

प्रातः मंदिर परिसर में मां चामुण्डा का विधि विधान से पूजन किया गया। मंदिर में कलश स्थापना के उपरान्त भव्य कलश यात्रा का आयोजन किया गया। बैंड बाजों और ढोल नगाड़ों के साथ झूमते नाचते भक्तजन श्रीफल व अशोक के पवित्र पत्रों से सजे मंगल कलश सिर पर लिए भक्ति भाव के साथ माता रानी के जयकारे लगाते हुए चल रहे थे। जगह-जगह पुष्प वर्षा कर व मां चामुण्डा की झांकी की आरती कर कलश यात्रा का स्वागत हुआ। मंदिर से प्रारम्भ होकर, न्यू राजामण्डी, तोता का ताल, लोहामण्डी चौराहा, बल्देवगंज, लोहामण्डी बाजार, राजामण्डी रेलवे फाटक से बाजार होते हुए, सेंट जॉन्स चौराहा, किदवई पार्क से पुनः मंदिर पहुंचकर विश्राम लिया। इस अवसर पर मुख्य रूप से अध्यक्ष चौधरी दरब सिंह, सचिव विपिन चौधरी, कोषाध्यक्ष विजय दत्त शर्मा, पार्षद विक्रांत सिंह कुशवाह, वीरेन्द्रानन्द ब्रह्मचारी, पुजारी सुरेन्द्र गिरि संजय, लाला, सोनू अशोक, सुशील, दिलीप कुमार, श्यामू, विजय वर्मा, माथुरी, सीमा, पिंकी, पायल, बरखा आदि उपस्थित थे।

12 को देवी जागरण, 14 को होगा भण्डारा

आगरा। अध्यक्ष चौधरी दरब सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि मंदिर में 12 अप्रैल को भव्य फूल बंगला व देवी जागरण और 14 अप्रैल को भण्डारे का आयोजन किया जाएगा। सचिव विपिन चौधरी, कोषाध्यक्ष विजय दत्त शर्मा, पार्षद विक्रांत सिंह कुशवाह, वीरेन्द्रानन्द ब्रह्मचारी 12 अप्रैल को माता रानी का अलौकिक श्रंगार व फूल बंगला के साथ 84 भोग लगाए जाएंगे। रात को देवी जागरण होगा। 14 अप्रैल को दोपहर 12 बजे से भण्डारे में हजारों श्रद्धालु प्रसाद ग्रहण करेंगे।