मेट्रो टनल की खोदाई में कांप रही धरती, मोती कटरा में मकानों में आई दरारों का हाल देखने पहुंचीं कमिश्नरः
आगरा।मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी गुरुवार को मोती कटरा का निरीक्षण करने पहुंचीं। यहां मेट्रो ट्रेन की टनल के लिए की जा रही खोदाई से मकानों में दरार आ गई हैं। मंडलायुक्त ने प्रभावित लोगों से बातचीत की। साथ ही उनसे फीडबैक लिया।
आगरा में मेट्रो ट्रेन के लिए बनाई जा रही टनल ने मोती कटरा और इसके आसपास के लोगों की नींद उड़ा दी है। टनल तैयार करने की हैवी-हैवी मशीनें जमीन का सीना चीर रही हैं। इससे मकानों की नींव हिल गई है। दीवारों और छतों में दरार आ गई हैं।
आगरा कॉलेज से मनः कामेश्वर मंदिर स्टेशन के बीच अंडरग्राउंड मेट्रो के लिए टनल बनाई जा रही है। इससे मोती कटरा और इसके पास सैय्यद गली के लोगों की धड़कन बढ़ी हुई है। दोनों ही जगहों पर टनल खोदाई की वजह से मकानों में दरार आ गई हैं।
मकानों में जैक तक नहीं लगाए
उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (UPMRC) ने मोती कटरा के ऐसे मकानों पर तो जैक लगा दिए हैं, जिससे कि वे गिरे नहीं। सैय्यद गली में UPMRC ने मकानों में निशान तो लगाए लेकिन न तो जैक लगाए और न ही सुरक्षा के दूसरे बंदोबस्त किए हैं। इससे लोग डरे हुए हैं।
एक-एक इंच तक दरार
यहां मकानों में एक-एक इंच तक दरार आ गई हैं। यहां बहुत से मकान 30 से 35 साल पुराने हैं। कुछ नये मकानों में भी दरार आई हैं। सैय्यद गली निवासी लिलि गोयल के बैडरूम की दीवार की दरार इतनी चौड़ी हो गई है कि आर-पार दिखाई देने लगा है। छत भी दरक रही है।
TBM से धरती में हो रहा कंपन
दरअसल, टनल खोदाई के लिए टनल बोरिंग मशीन (TBM) का प्रयोग किया जा रहा है। यह काफी हैवी मशीन होती है। मेट्रो की टीम ने मोती कटरा के कुछ घरों में मरम्मत कराई गई लेकिन सैय्यद गली में कोई सुनवाई नहीं है।