जनकपुरी में महिला संगीत, संध्या भजन संध्या वह अन्य कार्यक्रम हुए। जय धुनि बंदी बेद धुनि मंगल गान निसान। सुनि हरषहिं बरषहिं बिबुध सुरतरु सुमन सुजान।।
‘हल्दी लगाओ तेल चढ़ाओ, सिया को दुल्हन सा सजाओ… आदि मंगल गीत शोभा बढ़ा रहे थे और मधुर गीत पूरे जनकपुरी क्षेत्र में आकर्षण का केंद्र रहे
श्रीराम नाम की मेहंदी से रचे जनकदुलारी के हाथ, तथा श्रीमान मानेश्वर प्रांगण बेहद ही आकर्षक सज रही श्री राम की बारात को सज रही मिथिला नगरी।
जनकपुरी महोत्सव के अध्यक्ष श्री बेनी प्रसाद शर्मा ने बताया कि पूरे दिन के कार्यक्रम के बाद में तथा संध्या के कार्यक्रम के बाद में रात से ही राम बारात के स्वरूपों का आगमन शुरुआत हुआ तथा उनका स्वागत सम्मान किया गया सभी मिथिला नगर वासियों के द्वारा ।
जनकपुरी महोत्सव के कोषाध्यक्ष तपेश शर्मा ने बताया कि आज महिला संगीत में जनकपुरी निवासी महिलाओं ने विवाह संबंधी जीत गए और नृत्य कर विवाह से पहले की परंपराओं को पूरा किया ।
हिमांशु शर्मा ने बताया की संध्या भजन का कार्यक्रम बहुत ही मनमोहक रहा और आकर्षण का केंद्र बना रहा सभी आगंतुकों के लिए।
आयोजन कर्ता प्रांजल भारद्वाज ने बताया कि कल तुलसी शालिगराम विवाह संपन्न कराया जाएगा तथा शाम को मां सीता भगवान राम तथा सभी भाइयों के दर्शन होंगे जनक मंच से तथा बाद में मां सीता की विदाई होगी मिथिला नगरी से।
भारद्वाज ने बताया कि जनकपुरी वाशी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं भगवान राम, भगवान लक्ष्मण, भारत, और शत्रुघ्न और सभी की आगमन की तथा भव्य स्वागत की तैयारी की जा रही स्वरूपो के आगमन की जनकपुरी परिसर में।
आयोजक्कर्ताओं में विवेक जोशी, सपन दुबे। मयंक दुबे, सौरभ दुबे, प्रशांत दुबे , भोला पंडित, सोनू दुबे बृजेश दुबे, हरिशंकर, डीसी लोधी, तथा पार्षद महाराज सिंह लोधी और अन्य शामिल रहे।